संस्कारधानी जबलपुर की नाट्य संस्था 'विवेचना ' द्वारा पाँच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह का शुभारम्भ आज बुधवार दिनांक २७ अक्टूबर २०१० को संध्या साढ़े सात बजे तरंग प्रेक्षागृह में प्रारम्भ हो रहा है. नाट्य समारोह का शुभारम्भ विवेचना के ही वसंत काशीकर द्वारा निर्देशित नाटक " मौसाजी जै हिंद " से होगा. बुन्देली भाषा के तड़का लगा यह नाटक एक ऐसे बडबोले इंसान की कहानी पर आधारित है जो स्वयं को महात्मा गांधी का मित्र एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बताता है. बुन्देली भाषी इस नायक से सभी प्यार भी करते हैं और उसकी असलियत भी जानते हैं, लेकिन उसकी ईमानदारी पर किसी को कोई शंका नहीं रहती.
इस अवसर पर तरंग प्रेक्षागृह में पंकज दीक्षित के चित्रों ,कोलाज,कविता पोस्टर एवं पुस्तक प्रदर्शिनी भी लगाई जायेगी. कार्यक्रम के आरम्भ में नृत्य दल तरंग के कलाकार गणेश वंदना प्रस्तुत करेंगे. माइम, एकल नाटक, नृत्य जैसी कुछ प्लेटफार्म प्रस्तुतियाँ भी पेश की जायेंगी.
प्रस्तुति :
- विजय तिवारी "किसलय"
विवेचना जबलपुर.